इंडिया Vs साउथ अफ्रीका के बीच चल रहे चार मैचों की श्रृंखला को भारत ने तीन एक से, श्रृंखला को अपने नाम किया। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव इस श्रृंखला के तीन मैचों में टॉस को नहीं जीत पाए थे। लेकिन श्रृंखला के अंतिम मैच जो कि साउथ अफ्रीका के वांडर्स मैदान में खेला गया। उस मैच में पहली बार इस श्रृंखला में टॉस जीतकर अपने अनुसार सर्वप्रथम बैटिंग को चुना। जो भारतीय खिलाड़ियों के लिए बहुत ही कारगर साबित हुई।

भारत की ओर से ओपनिंग जोड़ी के रूप में संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा आएं। जिन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी शुरू की जिसके कारण दोनों बल्लेबाजों के बीच 73 रनों की पार्टनरशिप हुई। इसी क्रम में अभिषेक शर्मा लूथो सिंपमला के बाहर जाती हुई , बोल को खेलने के क्रम में, बोल अभिषेक के दस्तानों से टकराकर हेनरी क्लासेन के ग्लोबस में चली गई। इस प्रकार अभिषेक शर्मा 18 बॉल पर 36 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए तिलक वर्मा आए। जिन्होंने पिछले मैच में एक शतकीय पारी खेली थी। जिन्होंने इस मैच में आते ही ताबड़तोड़ खेलना शुरू किया। जिसके कारण संजू और तिलक के बीच 247 रनों की पार्टनरशिप हुई और दोनों खिलाड़ियों ने अपना – अपना शतक पूरा किया। पहले संजू ने फिर तिलक ने भी अपना शतक पूरा किया।

संजू सैमसन 56 बॉल पर 9 छक्के, 6 चौके की मदद से 109 रन बनाकर नाबाद रहे, तो वहीं तिलक वर्मा भी 47 बॉल पर 10 छक्के, 9 चौके की मदद से 120 रन बनाकर नाबाद रहे। इस तरह के बल्लेबाजी के कारण भारतीय टीम ने 283 रन के विशाल लक्ष्य को साउथ अफ्रीका की टीम के सामने रखा।

इतने बड़े विशाल लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए साउथ अफ्रीका टीम मैदान में उतरी, रिकॉलटन और हेंड्रिक्स सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलने को उतारे पहले ओवर के चौथे बॉल पर पहले हेंड्रिक्स आउट हुए, इसके बाद दूसरे ओवर के अंतिम बॉल पर रिकॉर्डर भी आउट हुए। इसके बाद एडम माकरम भी 8 रन बनाकर आउट हुए। हेनरी क्लासेन 0/1, एटुबस 43/29 , डेविड मिलर 36/27 , मार्को येनसन 29/12 , ए सिमिलाने 2/5 , जी कोर्टजी 12/8 , केशव महाराज 6/8 , सिपमाला 3/4 । इस तरह साउथ अफ्रीका टीम 148 रन के टोटल पर ऑल आउट हो गई। साउथ अफ्रीका की ओर से सर्वाधिक रन स्टेबस ने 43 रन की बेहतरीन पाड़ी खेली।

इस मैच में एक भी बॉलर निराश नहीं रहे क्योंकि सबके खाते में एक न एक विकेट आए। इस मैच में सर्वाधिक विकेट टेकर हर्षदीप रहे जिन्होंने तीन ओवर में 20 रन खर्च करके तीन विकेट लिए। इसके बाद दूसरे नंबर पर हार्दिक पांड्या रहे जिन्होंने तीन ओवर में आठ रन देखकर एक विकेट निकाले और एक मैडल ओवर भी डाला। रमनदीप सिंह 3.2 ओवर में, 42 रन देकर एक विकेट लिए। वरुण चक्रवर्ती चार ओवर, 42 रन, दो विकेट निकले। रवि बिश्नोई तीन ओवर 28 रन, एक विकेट निकाले। अक्षर पटेल दो ओवर 6 रन, दो विकेट निकाले। इस प्रकार भारतीय बोलेरो का भी बेहतरीन प्रदर्शन रहा। जिसके कारण साउथ अफ्रीका टीम 148 रन के टोटल पर ऑल आउट हो गई।

इस मैच के दो बड़े हीरो संजू सैमसन और तिलक वर्मा रहे जिनके टोटल की बराबरी साउथ अफ्रीका की पूरी टीम ना कर पाई। तिलक वर्मा इस t20 श्रृंखला का हीरो हुए। क्योंकि मैन ऑफ़ द मैच और मैन ऑफ़ द सीरीज दोनों ही तिलक वर्मा रहे। और इस प्रकार भारतीय टीम चार मैचों की इस श्रृंखला के चैंपियन हुए। इस मैच को जीतने के बाद भारतीय टीम एक ऐसी टीम हो गई । जिन्होंने t20 फॉर्मेट एक साल में एक भी श्रृंखला को ना हारने वाली टीम बन गई।